धनबाद/रांची: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने कोयला चोरी और अवैध खनन के एक बड़े सिंडिकेट पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर मुंशी प्रेमचंद की प्रसिद्ध कहानी का हवाला देते हुए, इस ‘काले कारोबार’ के संचालन के तरीके को बेनकाब करने का दावा किया है।
रांची के होटल में होती है ‘सेटिंग’
मरांडी ने आरोप लगाया कि अवैध कोयला तस्करी की पूरी सेटिंग राजधानी रांची के एक होटल में होती है।
उन्होंने बताया कि इस होटल में करोड़ों के टर्नओवर वाले कारोबारी कतार में बैठकर चाय-कॉफी पीते रहते हैं, जो बाहर से देखने पर किसी कॉर्पोरेट मीटिंग जैसा लगता है।
हकीकत यह है कि यह कोयला कारोबार, रैक लोडिंग और रेट फिक्सिंग का केंद्र है।
उनका दावा है कि सिंडिकेट ने हर जिले में एजेंट तैयार कर रखे हैं, जिनके माध्यम से वसूली की जाती है।
‘मनोज और किशन की जोड़ी’ पर निशाना
बाबूलाल मरांडी ने सोशल मीडिया पोस्ट में दो प्रमुख नामों, मनोज और किशन, का जिक्र करते हुए उन पर निशाना साधा है:
उन्होंने आरोप लगाया कि ‘मनोज और किशन की जोड़ी’ कोयला खदानों से लेकर कांके रोड तक धूम मचा रही है।
* मनोज पर जिले-जिले में एजेंट तैनात कर करोड़ों की वसूली कराने का आरोप है।
* वहीं, किशन पर “साहेब” के लिए दिल्ली से लेकर झारखंड तक ‘हर तरह के इंतजाम’ करने का जिम्मा संभालने का आरोप है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर तंज
बाबूलाल मरांडी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर भी तंज कसा है। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को भी इस ‘गैंग्स ऑफ कोयला चोरों’ के कारनामों की जानकारी मिल रही होगी। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि अगर इस गोरखधंधे में उनकी हिस्सेदारी है, तो उनके लिए चुप्पी साधे रहने में ही भलाई है।
मरांडी ने चेतावनी दी कि देर-सबेर इस महाघोटाले और झारखंड की खनिज संपदा को लुटवाने वालों को उनके किए की सजा जरूर मिलेगी।

