सिंदरीसिंदरी उमेश मोदक : सिंदरी बस्ती में पेयजल संकट को लेकर भाकपा-माले द्वारा चल रहा अनिश्चितकालीन धरना शनिवार को तीसरे दिन समाप्त कर दिया गया। यह फैसला हर्ल प्रबंधन के साथ हुई सकारात्मक वार्ता के बाद लिया गया। वार्ता में बस्ती की जल आपूर्ति को जल्द बहाल करने पर सहमति बनी।
भाकपा-माले नेता छोटन चटर्जी और नगर सचिव राजीव मुखर्जी ने बताया कि हर्ल सिंदरी प्रबंधन ने विस्थापित ग्रामीणों की मांग स्वीकार कर ली है। पहले एफसीआई द्वारा बस्ती में पाइपलाइन और नल के माध्यम से पानी उपलब्ध कराया जाता था। पाइपलाइन और नल आज भी मौजूद हैं, केवल कनेक्शन बहाल करने की जरूरत है। जैसे ही हर्ल प्रबंधन कनेक्शन देगा, ग्रामीणों को पानी मिलना शुरू हो जाएगा।
नेताओं ने चेतावनी दी कि प्रबंधन को ग्रामीणों की भावनाओं को गंभीरता से लेना चाहिए। धरना स्थल पर विधायक चन्द्र देव महतो भी पहुंचे और उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की यह मांग पूरी तरह जायज है और उन्हें उनका अधिकार मिलना चाहिए।
धरना में सुरेश प्रसाद, विमल कुमार, पूर्ण सिंह, जीतू सिंह, मिथुन मंडल, पिंटू मल्लिक, प्रकाश पॉल, धनंजय रजवार, मिठू चटर्जी, मनोज रजवार, बैद्यनाथ रजवार, गुरु पद मल्लिक, टुंपा चटर्जी, झूमा पॉल समेत बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।
समझौते के बाद अब बस्तीवासियों को जल्द ही साफ पेयजल मिलने की उम्मीद है।

