ओडिशा : बंगाल की खाड़ी में उठा चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ अब देश के तटीय इलाकों में तबाही मचा रहा है। आंध्र प्रदेश, ओडिशा, तमिलनाडु और तेलंगाना में मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है। समुद्र में ऊँची लहरें उठ रही हैं और कई जगह तेज़ हवाओं के साथ लगातार बारिश हो रही है।
आंध्र प्रदेश के काकीनाडा और आसपास के तटीय इलाकों में तूफान का सबसे ज़्यादा असर देखने को मिल रहा है। समुद्री लहरों की उथल-पुथल से तटीय गांवों में दहशत फैल गई है।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में रेड अलर्ट जारी किया है। अनुमान है कि चक्रवात मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच तट से टकरा सकता है। विशाखापत्तनम में भारी बारिश से जनजीवन प्रभावित है — वहीं मलकापुरम इलाके में दीवार गिरने की घटना भी सामने आई है।
✈️ उड़ानों और ट्रेनों पर असर
तूफान की वजह से हवाई और रेल यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
काकीनाडा क्षेत्र में 30 से अधिक उड़ानें रद्द
विजयवाड़ा एयरपोर्ट पर 16 और तिरुपति में 4 फ्लाइट्स रद्द
देशभर में अब तक 48 उड़ानें और 110 से अधिक ट्रेनें कैंसिल की गईं
एनडीआरएफ की तैनाती और तैयारियाँ
आपदा से निपटने के लिए एनडीआरएफ (NDRF) की 45 टीमें विभिन्न राज्यों में तैनात हैं।
10 टीमें — आंध्र प्रदेश
6 टीमें — ओडिशा
3-3 टीमें — तमिलनाडु और तेलंगाना
2 — छत्तीसगढ़
1 — पुडुचेरी
ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने भुवनेश्वर में हाई-लेवल मीटिंग कर तैयारियों की समीक्षा की और राहत-बचाव दलों को सतर्क रहने के निर्देश दिए।
‘मोंथा’ नाम का अर्थ
जानकारी के अनुसार, ‘मोंथा’ (Montha) नाम थाई भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है — “सुगंध से भरा हुआ फूल”।
हिंद महासागर क्षेत्र में चक्रवातों के नामकरण का कार्य WMO-ESCAP (विश्व मौसम संगठन – एशिया-प्रशांत समूह) द्वारा किया जाता है।

