धनबाद बीसीसीएल एरिया 4 के अंगारपथरा ओपी क्षेत्र में संचालित अंबे आउटसोर्सिंग में शुक्रवार को खदान हादसा हुआ था। पत्थरों के बीच हुए स्खलन के बाद सर्विस वन सैकड़ो फीट गहरी खाई में गिर गई थी। सर्विस वैन में 6 मजदूर सवार थे।जिनमें से कल तीन शवों को बाहर निकाल लिया गया था। कल रात ही एनडीआरएफ की टीम धनबाद पहुंच चुकी थी। आज एनडीआरएफ की टीम घटनास्थल पहुंची।एनडीआरएफ की टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद दो और शव को खदान से बाहर निकले हैं। शव खदान के पत्थरों के बीच फंसा हुआ था। जबकि दूसरा शव नीचे गहरी पानी में से एनडीआरएफ की टीम ने निकाली है।
वहीं दूसरी ओर कल ही अमन का शव खदान से रेस्क्यू के बाद निकल गया था। अमन के शव का पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम के बाद उसके परिजन शव को लेकर अंबे आउटसोर्सिंग कार्यालय पहुंच गए और कार्यालय के मुख्य दरवाजे पर शव साथ लोगों ने आउटसोर्सिंग प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी की। लोगों द्वारा मुआवजा की मांग की गई। अमन का शव अभी तक आउटसोर्सिंग कंपनी के मुख्य गेट के समीप पड़ा हुआ है। आउटसोर्सिंग प्रबंधन के कोई भी अधिकारी कार्यालय में नहीं है। अधिकारी से कर्मचारी तक सभी कार्यालय से फरार हैं।
फिलहाल एनडीआरएफ की टीम अभी भी रेस्क्यू कार्य में जुटी है।
वही अमन के भाई पृथ्वी सिंह ने कहा कि उनके भाई यहां मैकेनिक सुपरवाइजर के तौर पर काम करते थे। कल सर्विस वैन से काम के बाद लौट रहे थे। इस दौरान उनकी वाहन सैकड़ो फीट नीचे गहरी खाई में चली गई। उन्होंने कहा कि अमन की दो छोटे-छोटे बेटियां हैं। उन्हें हर हाल में न्याय चाहिए उनके लालन-पालन की व्यवस्था और सोर्सिंग प्रबंधन को करने की जरूरत है।
वही गिरिडीह सांसद के प्रतिनिधि सुभाष रवानी ने कहा कि बीसीसीएल के द्वारा गलत ढंग से की जा रही माइनिंग के कारण ही यह हादसा हुआ है। बीसीसीएल को मृतक के आश्रितों को उचित मुआवजा देने की मांग की है।

