ओडिशा सरकार ने नागरिकों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है क्योंकि बंगाल की खाड़ी में बन रहे निम्न दबाव के कारण 27 अक्टूबर तक चक्रवात बनने की संभावना जताई जा रही है। मौसम विभाग के अनुसार, यह प्रणाली तेजी से विकसित हो रही है और आने वाले दिनों में तटीय क्षेत्रों में भारी बारिश और तेज हवाओं का खतरा बढ़ सकता है।
सरकार ने आपदा प्रबंधन तंत्र को पूरी तरह सक्रिय कर दिया है और अधिकारियों ने कहा है कि लोग अनावश्यक यात्रा से बचें और सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। तटीय जिलों में राहत शिविर स्थापित किए जा रहे हैं और बचाव दलों को किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रखा गया है।
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में अगले 24 से 48 घंटों के दौरान तेज बारिश, ओलों और तेज हवाओं का सामना करना पड़ सकता है। उन्होंने मछुआरों और समुद्री यात्रा करने वालों को विशेष सतर्क रहने की सलाह दी है।
सरकारी अधिकारियों ने जनता से आग्रह किया है कि वे चक्रवात संबंधित अपडेट्स के लिए केवल विश्वसनीय स्रोतों की जानकारी पर भरोसा करें और अफवाहों से बचें। स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी स्थानीय प्रशासन को लोगों की सुरक्षा और जरूरी सहायता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
इस बीच, नागरिकों को अपने घरों और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा उपायों को सुनिश्चित करने के लिए तैयार रहने की सलाह दी गई है। घरों की कमजोर संरचनाओं को मजबूत करना और आपातकालीन किट तैयार रखना अत्यंत जरूरी बताया गया है।

