धनबाद। पुटकी अंचल अंतर्गत केंदुआडीह क्षेत्र में जहरीली गैस रिसाव की गंभीर स्थिति को देखते हुए उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी आदित्य रंजन और वरीय पुलिस अधीक्षक ने शुक्रवार को घटनास्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रभावित बस्तियों, स्वास्थ्य केंद्रों और तकनीकी टीमों के साथ जमीनी स्थिति का आकलन किया।
अधिकारियों ने राजपूत बस्ती, केंदुआडीह थाना परिसर, केंदुआडीह सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और कुस्तौर स्वास्थ्य केंद्र का विस्तृत निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बीसीसीएल, IIT-ISM, DGMS, CIMFR, स्वास्थ्य विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग और JRDA की विशेषज्ञ टीमें मौजूद थीं।
इलाजरत लोगों से मिलकर जाना हाल
कुस्तौर स्वास्थ्य केंद्र में अधिकारियों ने प्रभावित मरीजों से बातचीत कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। उपायुक्त ने डॉक्टरों को बेहतर चिकित्सा सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
प्रभावित नागरिकों के साथ खुली वार्ता
निरीक्षण के बाद उपायुक्त, एसएसपी और बीसीसीएल के सीएमडी ने केंदुआडीह थाना परिसर में प्रभावित नागरिकों के साथ बैठक की। लोगों की समस्याएँ, सुझाव और शंकाएँ विस्तार से सुनी गईं।
उपायुक्त आदित्य रंजन ने कहा कि—
“कई घर दशकों से डेंजर जोन में हैं। इन्हें बहुत पहले शिफ्ट हो जाना चाहिए था। अब लोगों से अपील है कि निर्धारित समय सीमा के भीतर जल्द से जल्द सुरक्षित स्थान पर विस्थापित हो जाएं। बेलगड़िया और कर्माटांड़ में वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध है।”
तत्काल शिफ्ट होने और स्थायी विस्थापन की अपील
उपायुक्त ने बताया कि टेंट सिटी में रहने, खाने, पानी, शौचालय और बिजली की संपूर्ण व्यवस्था की गई है। साथ ही बेलगड़िया टाउनशिप को और बेहतर बनाने की प्रक्रिया जारी है ताकि लोग स्वेच्छा से वहां शिफ्ट हो सकें।

