दिनांक: 30 अक्टूबर 2025 |
झारखंड में चक्रवाती तूफान ‘मोंथा’ का असर लगातार बना हुआ है। बुधवार को राज्य के कई जिलों में रुक-रुक कर बारिश होती रही, जिससे धान की खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है। कई इलाकों में खेतों में पानी भर गया है और फसलें गिर गई हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, मोंथा चक्रवात आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों से टकराकर छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रहा है, जिसका प्रभाव झारखंड के कई हिस्सों में देखा जा रहा है।
रांची में बुधवार को करीब आधा दर्जन विमान सेवाएं देरी से चलीं, जिससे यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
☔ किन जिलों में होगी भारी बारिश
मौसम केंद्र रांची के अनुसार, गुरुवार को पलामू, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, गुमला, खूंटी, रांची, रामगढ़, बोकारो, धनबाद, गिरिडीह, कोडरमा और हजारीबाग में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।
विशेषज्ञों का कहना है कि 31 अक्टूबर के बाद चक्रवात का असर धीरे-धीरे कम होगा।
बारिश का आंकड़ा
पिछले 24 घंटों में खूंटी में सबसे ज्यादा 48.0 मिमी बारिश दर्ज की गई।
इसके अलावा:
पूर्वी सिंहभूम – 42.4 मिमी
रांची – 25.0 मिमी
खरसावां – 22.8 मिमी
धनबाद – 17.0 मिमी
गुमला – 16.5 मिमी
बोकारो – 14.0 मिमी
️ तापमान में आई गिरावट
लगातार बारिश के कारण राज्य के कई जिलों में अधिकतम तापमान में 1 से 5 डिग्री तक की गिरावट दर्ज की गई है।
रांची का अधिकतम तापमान बुधवार को 24.4 डिग्री सेल्सियस रहा, जो मंगलवार के 29.3 डिग्री की तुलना में करीब 5 डिग्री कम है।
वहीं न्यूनतम तापमान 21.1 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहा।
किसानों की चिंता बढ़ी
धान की फसलें पानी में डूबने से किसानों को भारी नुकसान की आशंका है। कृषि विभाग ने किसानों से सलाह दी है कि वे फसलों में जल निकासी की व्यवस्था करें और मौसम विभाग के अलर्ट पर नज़र बनाए रखें।

