हजारीबाग जिले के इचाक थाना क्षेत्र के जलौंध गांव में गुरुवार सुबह एक हृदयविदारक घटना सामने आई। गांव के साढ़े तीन वर्षीय मासूम अनुभव कुमार, पिता दीपक मेहता का शव एक कार के बोनट में फंसा हुआ मिला। इस घटना से पूरे इलाके में शोक और आक्रोश का माहौल है।
जानकारी के अनुसार, बुधवार शाम दीपक मेहता अपने बेटे को चौक पर सिंघाड़ा खिलाने के बाद घर छोड़कर लौट आए थे। थोड़ी देर बाद अनुभव खेलने के लिए घर से बाहर निकला, लेकिन वह देर रात तक वापस नहीं लौटा। परिजनों ने रातभर उसकी तलाश की, मगर कोई सुराग नहीं मिला। गुरुवार सुबह पड़ोसी अखिलेश कुमार मेहता की हुंडई कार के बोनट में बच्चे का शव फंसा देखकर गांव में चीख-पुकार मच गई।
ग्रामीणों का कहना है कि अखिलेश कुमार बुधवार शाम हजारीबाग से लौटे थे। आशंका जताई जा रही है कि बच्चा खेलते हुए कार के पास पहुंच गया और अनजाने में कार की चपेट में आ गया। वहीं, परिजनों ने इसे दुर्घटना मानने से इनकार करते हुए इसे एक साजिशन हत्या बताया है।
घटना की सूचना पर इचाक पुलिस मौके पर पहुंची, कार को जब्त किया गया और आरोपी अखिलेश कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारणों की पुष्टि हो पाएगी।
इस दर्दनाक घटना से पूरे जलौंध गांव में मातम का माहौल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और दोषियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।

