DHANBAD : धनबाद के भूली बी ब्लॉक में इस वर्ष दुर्गा पूजा के आयोजन ने न केवल श्रद्धा का प्रतीक प्रस्तुत किया, बल्कि विपरीत परिस्थितियों में साहस और समर्पण की अद्भुत मिसाल भी कायम की।
बारिश में गिरा पंडाल, फिर भी नहीं टूटा हौसला
27 सितंबर को दोपहर में अचानक तेज़ हवाओं और बारिश ने पूरे धनबाद को हिला दिया। इसी दौरान भूली बी ब्लॉक में तिरुपति बालाजी मंदिर की आकृति पर आधारित 110 फीट ऊंचा भव्य पंडाल भरभरा कर गिर गया। यह पंडाल जय मां डेकोरेटर द्वारा 15 लाख की लागत से तैयार किया जा रहा था, और इसकी सजावट थर्मोकोल से की जा रही थी1।
तीन दिन में फिर से खड़ा हुआ श्रद्धा का स्तंभ
हादसे के बाद न तो पूजा समिति ने हार मानी, न ही कारीगरों ने। तीन दिन के भीतर 60 फीट ऊंचा नया पंडाल फिर से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए तैयार कर दिया गया। समिति के पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर युद्धस्तर पर काम किया, ताकि दुर्गोत्सव की गरिमा बनी रहे।
श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
अब यह पंडाल श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र बन गया है। दूर-दराज से लोग इस भव्य पंडाल और दुर्गा पूजा के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं। समिति ने सुरक्षा और व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा है।
संकट में भी उम्मीद का संदेश
भूली बी ब्लॉक दुर्गा पूजा समिति ने यह साबित कर दिया कि ज़िंदगी में संकट का हर दरिया पार होगा, बस थोड़ी सी हिम्मत रखिए, देखना एक दिन चमत्कार भी होगा

