लोक आस्था के महापर्व छठ की तैयारी अब पूरे जोरों पर है। धनबाद की बरवा अड्डा बाजार समिति मंडी में रौनक बढ़ गई है। सुबह से ही फलों और खाद्यान्न के थोक व्यापारी मंडी में जुट रहे हैं। राज्य के विभिन्न जिलों से कारोबारी फल और पूजा सामग्रियां खरीदने पहुंच रहे हैं। इस बार विदेशी फलों की मांग बढ़ने से बाजार और भी गुलजार हो गया है।
मंडी में बढ़ी फलों की आवक, सबसे अधिक बिकेगा केला
थोक कारोबारी धीरज कुमार ने बताया कि छठ को लेकर केला की भारी मांग है। मंडी में करीब 100 ट्रक केला की खपत का अनुमान है। अभी बंगाल से ‘चीनीया केला’ आ रहा है, जिसकी थोक कीमत 150 से 350 रुपये प्रति घवद तक है।
सेब के थोक व्यापारी मुनमुन केशरी और गोपाल बर्णवाल के अनुसार, अगले चार दिनों में लगभग 200 ट्रक फल और खाद्यान्न से भरी गाड़ियां मंडी पहुंचेंगी। वहीं, आंध्र प्रदेश से नारियल की बड़ी खेप पहले ही आ चुकी है। नारियल थोक में 12 से 20 रुपये प्रति पीस के भाव से बिक रहा है।
मंडी में विदेशी फलों की बढ़ी मांग
कारोबारी आयुष कुमार ने बताया कि इस बार छठ पूजा में पारंपरिक फलों के साथ-साथ विदेशी फलों की भी मांग बढ़ी है। दउरा में आलूबुखारा, लाल अंगूर और अन्य इंपोर्टेड फल शामिल किए जा रहे हैं, जिनकी कीमत सामान्य फलों से अधिक है।
खाद्यान्न की भारी सप्लाई, गुड़ और घी की मांग दोगुनी
जिला खाद्यान्न समिति अध्यक्ष विनोद कंधवे ने बताया कि छठ को लेकर लगभग 70 ट्रक खाद्यान्न मंडी में पहुंचेंगे। इनमें 10 ट्रक रिफाइंड तेल, 10 ट्रक अरवा चावल, 30 ट्रक गुड़, 10 ट्रक गेहूं और 5 ट्रक ड्राईफ्रूट्स शामिल हैं।
तेल और घी के कारोबारी सुरेश कुमार ने बताया कि छठ पर घी की खपत दोगुनी हो गई है, जबकि गुड़ की मांग में भी जबरदस्त उछाल देखा जा रहा है। चावल के थोक व्यापारी संदीप साव ने बताया कि इस बार विशेष रूप से बिहार से उत्तम क्वालिटी का चावल मंगवाया गया है।
पूरे झारखंड के लिए तैयार हो रहा है फल और खाद्यान्न हब
मंडी में प्रतिदिन 40 से अधिक गाड़ियां विभिन्न जिलों में भेजी जा रही हैं, जो अगले दो दिनों में 60 से 70 गाड़ियों तक पहुंचने की उम्मीद है। कारोबारियों का अनुमान है कि इस बार छठ पर्व के दौरान मंडी से करीब 200 ट्रक फल और खाद्यान्न की बिक्री होगी।
छठ पर्व को लेकर लोगों में उत्साह चरम पर है। बाजार की बढ़ती रौनक और व्यापारियों की तैयारी से साफ है कि इस बार छठ पूजा धनबाद और आसपास के जिलों में पहले से कहीं अधिक भव्य रूप में मनाई जाएगी।

