दुर्गापुर के सागर भांगा हाई स्कूल का छात्र शुभोजीत समादार इस बार इंटर परीक्षा में शामिल हो रहा था। उसका परीक्षा केंद्र टी.एन. स्कूल, दुर्गापुर में निर्धारित था। इसी दौरान अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई और परिजनों ने उसे तत्काल स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। डॉक्टरों की देखरेख में उसका इलाज चल रहा था।
परीक्षा के समय जब स्थिति गंभीर हो गई, तब स्कूल प्रशासन और परीक्षा केंद्र के अधिकारियों ने मानवीय पहल करते हुए अस्पताल में ही शुभोजीत के लिए परीक्षा देने की विशेष व्यवस्था की। निर्धारित नियमों के तहत पर्यवेक्षक (Invigilator) और परीक्षा कर्मी अस्पताल पहुंचे और वहीं उसके बेड पर बैठाकर उसे प्रश्नपत्र उपलब्ध कराया गया। शुभोजीत ने इलाज के बीच हिम्मत दिखाते हुए पूरी गंभीरता से अपना पेपर हल किया।
अस्पताल में परीक्षा देने की यह घटना न सिर्फ छात्रों के लिए प्रेरणा है बल्कि यह शिक्षा व्यवस्था की संवेदनशीलता और लचीलापन भी दर्शाती है। शुभोजीत के इस साहसिक कदम की सराहना अस्पताल के स्टाफ, शिक्षकों और उसके सहपाठियों ने की।
परिजन भी भावुक हो उठे और कहा कि विपरीत परिस्थिति में भी बेटे ने हार नहीं मानी। वहीं स्थानीय लोग इसे “जज्बे और मेहनत की अनोखी मिसाल” बता रहे हैं।

