धनबाद: सर्दियों के मौसम में कोहरे का असर एक बार फिर रेलवे संचालन पर दिखने की संभावना है। दिसंबर 2025 से फरवरी 2026 के बीच उत्तर भारत के कई रूटों—जैसे अजमेर, जयपुर और मथुरा—की ओर जाने वाली ट्रेनों की गति पर रोक या बदलाव किया जा सकता है। रेलवे सूत्रों के अनुसार, घने कोहरे के कारण सुरक्षा की दृष्टि से कई ट्रेनों को अस्थायी रूप से रद्द किया जाएगा या उनके समय में संशोधन किया जाएगा।
धनबाद से रोजाना बड़ी संख्या में यात्री नौकरी, इलाज, व्यापार और शिक्षा के सिलसिले में उत्तर भारत की यात्रा करते हैं। ट्रेनें रद्द या विलंब होने पर यात्रियों को टिकट कैंसिल कराने और नई बुकिंग कराने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। आंकड़ों के मुताबिक, पिछले तीन वर्षों (2022-2024) के दौरान दिसंबर से फरवरी तक करीब 9,000 से अधिक यात्रियों ने अपने टिकट रद्द कराए।
पिछले साल सबसे अधिक विलंब से चलने वाली ट्रेनों में नई दिल्ली–हावड़ा राजधानी, नई दिल्ली–सियालदह राजधानी, फिरोजपुर कैंट–धनबाद, जम्मू तवी–कोलकाता, योगनगरी ऋषिकेश–हावड़ा और नेताजी एक्सप्रेस शामिल थीं। इन ट्रेनों में औसतन 2 से 7.5 घंटे तक की देरी दर्ज की गई थी।
दिसंबर के अंत से जनवरी की शुरुआत तक नए साल और छुट्टियों के कारण टिकट बुकिंग सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे पहले से वैकल्पिक यात्रा योजना तैयार रखें। राजस्थान या उत्तर भारत के अन्य हिस्सों की यात्रा करने वाले यात्री धनबाद से दिल्ली तक का आरक्षण करा सकते हैं और वहां से वंदे भारत, शताब्दी, राजधानी या हमसफर एक्सप्रेस जैसी ट्रेनों से आगे की यात्रा जारी रख सकते हैं।

